Tony de Zorzi का खराब फॉर्म: 10 मैचों में फ्लॉप, टेम्बा बावुमा की गैरमौजूदगी में मौका गंवाया

Tony de Zorzi का खराब फॉर्मके बल्लेबाज़ Tony de Zorzi लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। 10 मैचों में उनकी सबसे बड़ी पारी सिर्फ 38 रही और Temba Bavuma की गैरमौजूदगी में भी वह मौका गंवा बैठे। क्या 2027 ODI World Cup से पहले वह टीम में वापसी कर पाएंगे?”दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट फैन्स के बीच अब सबसे बड़ा सवाल यही बन गया है—क्या टोनी डी ज़ोरज़ी कभी टीम के टॉप ऑर्डर में अपनी जगह पक्की कर पाएंगे? शुरुआती मौकों पर वह उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं, लेकिन क्रिकेट हमेशा नए अवसर देता है। फैन्स को अब इंतज़ार है कि क्या ज़ोरज़ी अपनी प्रतिभा और धैर्य से आलोचकों को जवाब देंगे और टीम के लिए एक भरोसेमंद सलामी बल्लेबाज़ के रूप में उभरेंगेशुरुआती दिनों में उन्होंने उम्मीद जगाई थी, लेकिन पिछले 10 मैचों से उनकी लगातार नाकामी ने उन्हें टीम से बाहर होने की कगार पर ला खड़ा किया है।

सुनहरा मौका, लेकिन एक और निराशा

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैकाय (क्वींसलैंड) में हुए दूसरे वनडे में टोनी डी ज़ोरज़ी को खेलने का अवसर मिला, क्योंकि नियमित कप्तान टेम्बा बावुमा हैमस्ट्रिंग की चोट की वजह से टीम से बाहर रहे और आराम कर रहे थे।और यह डी ज़ोरज़ी के लिए खुद को साबित करने का आदर्श मौका था।लेकिन उन्होंने सिर्फ 38 रन बनाकर अपनी पारी समाप्त कर दी। एक बार फिर उनकी पुरानी समस्या सामने आई—अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकामी।

शुरुआती करियर ने जगाई थी उम्मीदTony de Zorzi का खराब फॉर्म

मार्च 2023 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ डेब्यू करने के बाद डी ज़ोरज़ी ने भारत सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन किया। ग्केबेर्हा में नाबाद 119 और पार्ल में 81 रन की पारी ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया।क्रिकेट विशेषज्ञों को लगा कि वह Quinton de Kock के बाद दक्षिण अफ्रीका के लंबे समय तक भरोसेमंद ओपनर साबित होंगे। लेकिन भारत सीरीज़ के बाद लगभग 10 महीने का ब्रेक आया और डी ज़ोरज़ी की लय पूरी तरह बिगड़ गई।

10 मैचों में सबसे बड़ा स्कोर सिर्फ 38

पिछले 10 वनडे मैचों में डी ज़ोरज़ी का सबसे बड़ा स्कोर सिर्फ 38 रहा है। बार-बार 20 या 30 तक पहुंचकर आउट होना अब उनकी पहचान बनती जा रही है।हालिया मैच में Adam Zampa ने उन्हें शानदार कैच-एंड-बोल्ड पर आउट किया। इस विकेट ने एक और साझेदारी और एक और उम्मीद को खत्म कर दिया।

बढ़ती प्रतिस्पर्धा से मुश्किल हुई राह

दक्षिण अफ्रीका के पास अब Ryan Rickelton और Matthew Breetzke जैसे टॉप ऑर्डर विकल्प मौजूद हैं। ऐसे में डी ज़ोरज़ी की जगह और भी अस्थिर हो गई है।2027 वनडे वर्ल्ड कप की मेज़बानी दक्षिण अफ्रीका करने वाला है और उससे पहले हर खिलाड़ी अपनी जगह पक्की करने की कोशिश में है। अगर डी ज़ोरज़ी रन नहीं बना पाए, तो शायद उन्हें जल्द ही टीम से बाहर होना पड़े।

मानसिक दबाव और भविष्य की चुनौती

क्रिकेट में तकनीक के साथ-साथ मानसिक मजबूती भी ज़रूरी है। डी ज़ोरज़ी में क्लास और टाइमिंग की कमी नहीं है, लेकिन मानसिक तौर पर वे “कन्वर्ज़न बैरियर” को तोड़ नहीं पा रहे।अगर उन्हें दोबारा बावुमा की गैरमौजूदगी में मौका मिलता है, तो दबाव और भी ज़्यादा होगा। इस बार उन्हें सिर्फ रन नहीं बल्कि मैच जिताने वाली पारी खेलनी होगी।

निष्कर्ष: खोया हुआ टैलेंट या भविष्य का स्टार?

टोनी डी ज़ोरज़ी का करियर इस वक्त दो राहों पर खड़ा है। एक तरफ उनका शुरुआती टैलेंट और शानदार शतक है, जिसने उन्हें संभावित स्टार बनाया। दूसरी तरफ उनकी लगातार असफलता है, जो उन्हें बेंच पर धकेल सकती है।क्रिकेट फैन्स अब यही देखना चाहते हैं कि क्या डी ज़ोरज़ी अपनी गलतियों से सीखकर दक्षिण अफ्रीका के लिए बड़ा खिलाड़ी बन सकते हैं, या फिर उनका नाम उन प्रतिभाओं में जुड़ जाएगा जो उम्मीद तो जगाते हैं लेकिन मंज़िल तक नहीं पहुँचते।

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