today भारत का ‘ऑपरेशन त्रिशूल’: 5 चौंकाने वाले कदम जो दक्षिण एशिया का नक्शा बदल सकते हैं

भारत का ‘ऑपरेशन त्रिशूल’:दिल्ली को दहलाने की एक बड़ी साजिश की खुफिया रिपोर्टों के बीच, भारत अब केवल रक्षात्मक मुद्रा में नहीं, बल्कि एक ऐसे पलटवार की तैयारी में है जो दक्षिण एशिया के सामरिक समीकरणों को स्थायी रूप से बदल सकता है। पूरा देश इस बात को महसूस कर रहा है कि भारत अब एक बहुत ही बड़ा कदम उठाने जा रहा है और यह कदम सिर्फ एक साधारण जवाब नहीं बल्कि एक ऐसा पलटवार होगा जो आने वाले दिनों में दुनिया के कई देशों को हैरान करके रख देगा।

भारत का 'ऑपरेशन त्रिशूल': 5 चौंकाने वाले कदम जो दक्षिण एशिया का नक्शा बदल सकते हैं

दो-मोर्चों वाला युद्ध: चौंकाने वाला अफ़ग़ानिस्तान एंगल

भारत का ‘ऑपरेशन त्रिशूल’:भारत का सबसे चौंकाने वाला रणनीतिक कदम पाकिस्तान के खिलाफ दूसरा मोर्चा खोलना है, भारत का ‘ऑपरेशन त्रिशूल’:और यह मोर्चा अफ़ग़ानिस्तान की दिशा से आ रहा है। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, भारत ने गुप्त रूप से अपनी विशेष सैन्य टुकड़ियों को अफ़ग़ानिस्तान के बगराम एयरबेस पर तैनात कर दिया है। इस कदम का उद्देश्य पाकिस्तान को पीछे से घेरना और उस पर एक साथ दो दिशाओं से दबाव बनाना है—एक ऐसी रणनीति जिसकी कल्पना पाकिस्तान ने कभी नहीं की थी। यह कदम पाकिस्तान की सैन्य रणनीति के केंद्र पर प्रहार करता है, जो परंपरागत रूप से केवल पूर्वी मोर्चे पर केंद्रित रही है।भारत का ‘ऑपरेशन त्रिशूल’:

सर्जिकल स्ट्राइक से आगे: ‘ऑपरेशन त्रिशूल’ का चौतरफा प्रहार

भारत का ‘ऑपरेशन त्रिशूल’:यह कोई सीमित सैन्य कार्रवाई नहीं है। भारत “ऑपरेशन त्रिशूल” नामक एक पूर्ण-स्तरीय अभियान चला रहा है, जिसे पहले भी लागू किया जा चुका है, लेकिन इस बार इसका पैमाना कई गुना बड़ा है। इसमें तीनों सेनाओं—थल सेना, वायु सेना, और नौसेना—को एक साथ शामिल किया गया है। यह एकीकृत कमान केवल एक अभियान नहीं, बल्कि अफगानिस्तान से लेकर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) तक फैले एक बहु-आयामी युद्धक्षेत्र को नियंत्रित करने की भारत की नई क्षमता का प्रदर्शन है। यह भारत की एक समन्वित और चौतरफ़ा प्रहार करने की रणनीति को दर्शाता है।

नया वैश्विक समीकरण: भारत के लिए अभूतपूर्व अंतर्राष्ट्रीय समर्थन

भारत का ‘ऑपरेशन त्रिशूल’:इस बार भारत को अपने सैन्य कदमों के लिए महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय समर्थन मिला है, जो एक बड़ी राजनयिक जीत है। कई प्रमुख वैश्विक शक्तियों ने भारत के पक्ष में अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है:• इज़राइल: एक साथ कई लक्ष्यों को ट्रैक करने में सक्षम उन्नत ड्रोन सिस्टम प्रदान कर रहा है।• रूस: महत्वपूर्ण सैन्य सहायता देने की तैयारी कर रहा है।• USA:भारत का ‘ऑपरेशन त्रिशूल’:

भारत का ‘ऑपरेशन त्रिशूल’:सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर रहा है कि भारत की प्रतिक्रिया बेहद गंभीर होने वाली है।• 22 राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को लेकर भारत के राजनयिक कदम का समर्थन कर रहे हैं।यह अंतर्राष्ट्रीय समर्थन भारत की सफल कूटनीति का परिणाम है, जिसने पाकिस्तान को उसके पारंपरिक सहयोगियों से भी अलग-थलग कर

भारत का ‘ऑपरेशन त्रिशूल’:दिया है। चीन ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस मामले में शामिल नहीं होगा, और तुर्की भी खामोश है। यह चुप्पी पाकिस्तान के राजनयिक अलगाव और भारत की बढ़ती वैश्विक स्थिति को दर्शाती है।रूस के राष्ट्रपति ने यह बात साफ कही है कि भारत जिस तरह से तैयारी कर रहा है वह बिल्कुल सही दिशा में है और रूस भारत को हर तरह की सहायता देने को तैयार है।

अंतिम लक्ष्य: सिर्फ़ बदला नहीं, बल्कि PoK पर नियंत्रण

भारत का उद्देश्य केवल जवाबी कार्रवाई से कहीं आगे है। यह एक बहु-चरणीय अभियान है जिसका अंतिम लक्ष्य ज़मीनी हकीकत को स्थायी रूप से बदलना है। इस ऑपरेशन के चरण स्पष्ट रूप से परिभाषित हैं:• चरण 1: नियंत्रण रेखा (LOC) के 7 किलोमीटर अंदर स्थित 12 दुश्मन चौकियों सहित सभी बाहरी ठिकानों को नष्ट करना।• चरण 2:

घुसपैठ को स्थायी रूप से रोकने के लिए सभी आपूर्ति लाइनों और सुरंगों को काटना और नष्ट करना।• चरण 3: उन गुफाओं, सुरंगों और कैंपों को मिटाना जिन्हें पाकिस्तान सबसे सुरक्षित समझता है।• चरण 4: अंतिम लक्ष्य पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) की तरफ नियंत्रण स्थापित करना और वहाँ एक बड़ा सैन्य मोर्चा खोलना है।

ज़मीन पर ताक़त का प्रदर्शन: अभूतपूर्व सैन्य जमावड़ा

भारत अपनी सैन्य ताकत का अभूतपूर्व प्रदर्शन कर रहा है ताकि अपनी मंशा स्पष्ट कर सके। यह महज़ एक जमावड़ा नहीं, बल्कि “एस्केलेशन डोमिनेंस” (Escalation Dominance) की एक सोची-समझी रणनीति है। सीमा पर बड़े पैमाने पर सैन्य तैनाती हो रही है, जिसमें निम्नलिखित प्रमुख कार्रवाइयां शामिल हैं:• सीमा पर टी-90 भीष्म टैंकों (T-90 Bhishma tanks) की तैनाती।• एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम (S-400 Air Defence System) को सक्रिय

करना।• नियंत्रण रेखा (LOC) पर नो फ्लाइंग जोन (No-Fly Zone) की घोषणा।• रेड अलर्ट (Red Alert) जारी करना और युद्ध सायरन का बजना।भारत की इन तैयारियों का पाकिस्तानी सेना पर सीधा मनोवैज्ञानिक असर पड़ा है। रिपोर्टों से पता चलता है कि डर के कारण उनकी कई यूनिट्स अपनी पोजीशन छोड़कर पीछे हट रही हैं, जो इस ऑपरेशन के शुरुआती चरण की सफलता का संकेत है।

एक नए युग की शुरुआत

ऑपरेशन त्रिशूल” केवल एक सैन्य अभियान नहीं है; यह इस क्षेत्र के भू-राजनीतिक परिदृश्य को फिर से परिभाषित करने का एक प्रयास है। भारत की कार्रवाइयां यह संकेत देती हैं कि वह अब रक्षात्मक मुद्रा में नहीं है, बल्कि अपने हितों की रक्षा के लिए निर्णायक कदम उठाने को तैयार है। भारत अब सिर्फ हमला नहीं करने जा रहा, बल्कि इस पूरे इलाके की तस्वीर बदलने जा रहा है। आने वाले दिन दुनिया को दिखाएंगे कि भारत को अब कोई धमका नहीं सकता।

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